BAGLAMUKHI SADHNA - AN OVERVIEW

baglamukhi sadhna - An Overview

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शत्रु का नाश करने वाला…

मां बगलामुखी यंत्र चमत्कारी सफलता तथा सभी प्रकार की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कहते हैं इस यंत्र में इतनी क्षमता है कि यह भयंकर तूफान से भी टक्कर लेने में समर्थ है। माहात्म्य- सतयुग में एक समय भीषण तूफान उठा। इसके परिणामों से चिंतित हो भगवान विष्णु ने तप करने की ठानी। उन्होंने सौराष्‍ट्र प्रदेश में हरिद्रा नामक सरोवर के किनारे कठोर तप किया। इसी तप के फलस्वरूप सरोवर में से भगवती बगलामुखी का अवतरण हुआ। हरिद्रा यानी हल्दी होता है। अत: माँ बगलामुखी के वस्त्र एवं पूजन सामग्री सभी पीले रंग के होते हैं। बगलामुखी मंत्र के जप के लिए भी हल्दी की माला का प्रयोग होता है।

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देवी को कपास के दो वस्त्र अर्पित करें। एक वस्त्र देवी के गले में अलंकार के समान पहनाएं तथा दूसरा देवी के चरणों में रखें।

नौकरी पाने के लिए जरूरी योग-संयोग जानिए...

धातु की मूर्ति, यंत्र, शालिग्राम इत्यादि हों, तो उन पर जल चढ़ाएं। मिट्टी की मूर्ति हो, तो पुष्प अथवा तुलसीदल से केवल जल छिड़कें। चित्र हो, तो पहले उसे सूखे वस्त्र से पोंछ लें। फिर गीले कपड़े से, पुन: सूखे कपड़े से पोंछें। देवताओं की प्रतिमाओं को पोंछने के लिए प्रयुक्त वस्त्र स्वच्छ हो। वस्त्र नया हो, तो एक-दो बार पानी में भिगोकर तथा सुखाकर प्रयोग करें। अपने कंधे के उपरने से अथवा धारण किए वस्त्र से देवताओं को न पोंछें।

‘सुभूता’ आनन्दार्थ अनेक रूपों में आविर्भाव होनेवाली।

इस साधना में दूसरे स्थान पर नहीं जाना चाहिए

Baglamukhi Devi sits within the jewel-inlayed throne. Get mounted within the jewel-inlayed chariot and ruin enemies. No you can defeat the devotee of Goddess in The full planet. He gets success in every sphere of everyday living.

‘ रक्षोहणं वलग-हनं वैष्णवीमिदमहं तं वगलमुत्किरामि । ‘

As outlined by An additional perception, a critical storm transpired during the catastrophe. For the duration of that time, many of the deities prayed to Devadhidev Lord Shankar to safeguard the planet.

अर्थात् : जिसने ज्ञान-विज्ञान की प्राप्ति होती है और पाप-समूह नष्ट होते हैं ऐसे सद्-गुरू के मुख से प्राप्त ‘मत्रं ग्रहण को दीक्षा कहते है।

नूरी जिन्न साधना

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